ग्वालियर। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 256 हो गई है। इसमें ग्वालियर चंबल संभाग के 16 लोग भी शामिल हैं। साथ ही प्रदेशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर जान गवाने वालों की संख्या 14 हो गई है। ऐसे में प्रशासन की ओर से ग्वालियर चंबल संभाग में टोटल लॉकडाउन किया गया है और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। साथ ही हर गली मोहल्ले व बाजारों में चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात भी किया गया है। इतनी सख्ती के बाद भी लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे है। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं चंबल का पूरा हाल।
ग्वालियर में सुबह से ही दिखी सख्ती
ग्वालियर शहर में सोमवार को प्रशासन की सख्ती के बाद पूरा बाजार सुबह ही बंद करवा दिया। साथ ही दूध की दुकानें और राशन किराना पर भी पुलिस ने दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए कि सोशल डिस्टेंस का पालन करवाया जाए अन्यथा आप पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 12 बजे तक शहर की हर सड़क सुनी हो चुकी थी। वहीं मंगलवार की सुबह भी प्रशासन की सख्ती साफ नजर आई और दूध व ब्रेड लेने वाले लोग ही बाजार में नजर आए। पांच दिन से बंद संब्जी मंडी आज भी बंद रही। वहीं किराना को आज पूर्ण रूप से बंद रखा गया है। केवल होमडिलेवरी वाले से ही लोग राशन ले सकेंगे।
किराना दुकानें खुली तो बाजारों में दिखी भीड़, दोपहर बाद दिखा लॉकडाउन
श्योपुर में 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के अंतर्गत मंगलवार 14वें दिन शहर में सुबह अच्छी खासी भीड़ बाजार में दिखी गई। दूध की दुकानों पर लोगों की भीड़ के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोग दिखे। इसके पहले सोमवार की सुबह बाजारों में भीड़ रही,लेकिन दोपहर बाद तो मुकम्मल लॉकडाउन नजर आया। शहर में एक दिन छोड़कर किराना दुकानें खोलने की व्यवस्था के तहत सोमवार को शहर में दुकानें खुली तो सुबह से ही बाजारों में गहमागहमी नजर आई। शहर के मुख्य बाजार सहित अन्य बाजारों में किराना दुकानों पर भीड़ दिखी। वहीं गैस एजेंसी पर उज्जवला योजना के सिलेंडर लेने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ दिखी और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हुआ। दोपहर 12 बजे किराना दुकानें बंद हुई तब जाकर लॉकडाउन का असर दिखा।
तीखी धूप और अवकाश से ज्यादा प्रभावी दिखा कफ्र्यू
मुरैना नगर निगम क्षेत्र में कफ्र्यू और जिले भर में लॉक डाउन का असर मंगलवार को कुछ ज्यादा ही दिखा। यहां सुबह से ही चटक धूप की वजह से अधिकारी ज्यादा सक्रिय नहीं दिखे। वहीं सोमवार को कोरोना पॉजीटिव वार्ड में भी खास गतिविधियां नहीं दिखीं। शहर में केवल सोशल डिस्टेंसिंग, लॉक डाउन और राशन सामग्री के वाहन घरों तक पहुंचने की सूचना की मुनादी ही सन्नाटा तोड़ती दिखी। सन्नाटे की स्थिति सुबह से ही थी,सब्जी बेचने वाले गली-मोहल्लों में ही पहुंच जाने और मुख्य सड़कों पर सुबह 8 बजे से पुलिस की सख्ती के चलते सोमवार को दिन भर सन्नाटा छाया रहा। बैंक और ग्राहक सेवा केंद्र भी बंद रहने से चहल-पहल सड़कों पर नहीं दिखी।
सड़कों पर सन्नाटा घरों में रहे लोग
दतिया में जिले के साथ शहर में पूरी तरह लॉक डाउन का असर सुबह से ही यहां देखने को मिला। लॉक डाउन के दौरान सड़कों पर इक्का दुक्का वाहन ही दौड़ते नजर आए और सन्नाटा पसरा रहा। वहीं पुलिस की गाडिय़ां जरूर गश्त करती दिखीं। मेडिकल स्टोर्स को अपनी -अपनी दुकानें खोलने की अनुमति थी लेकिन कई दुकानदारों ने दुकानें खोली ही नहीं। वाहन कम चलने के कारण पैट्रोल पंपों पर भी सन्नाटा रहा। जबकि किराना, सब्जी व फल की दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर ने एक दिन छोड़ एक दिन अत्यावश्यक सामानों की दुकान खोलने के आदेश जारी किए हैं।
कॉलोनियों में आए फल-सब्जी के ठेले वाले
शिवपुरी शहर में सुबह होते ही फल व सब्जी वालों के ठेले बाजार सहित कॉलोनियों में आ गए। टोटल लॉक डाउन होने की वजह से इनका कच्चा माल खराब होने का खतरा बना हुआ था। वहीं बाजार में परचूनी की दुकानों सहित मेडिकल स्टोर भी खुल गए। शिवपुरी में इन दुकानों को खोलने का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक का दिया है। यही वजह है कि लोग टाइम देखकर सुबह से ही खरीददारी के लिए घरों से निकल आते हैं। हालांकि शिवपुरी में दो केस सामने आने के बाद अब तक कोई भी नया केस फिलहाल सामने नहीं आया है, लेकिन मुरैना से वापस आए लोगों की सेम्पल रिपोर्ट का शहरवासियों को इंतजार है। यहां सुबह से ही लोग सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन करते हुए देखे गए।
लॉक डाउन के दौरान रही जिलेभर में ढील
भिंड शहर के अलावा मेहगांव गोहद अटेर लहार तथा रोल उमरी और गोरमी जैसे कस्बाई इलाकों में लॉक डाउन के दौरान थोड़ी ढील दी गई है। यहां बता दें कि 22 मार्च से चल रहे लगातार लॉकडाउन के क्रम में सोमवार को प्रशासन द्वारा रोज की तरह 1 घंटे की ढील रोजमर्रा की जरूरतों का सामान खरीदने के लिए दी गई। शहर में सुबह 8.00 बजे से 9.00 बजे तक लोग सड़कों पर दूध और राशन के अलावा अन्य जरूरत का सामान लेकर आवागमन करते हुए नजर आए हालांकि दोपहर बाद प्रशासन सख्त हो गया और किसी भी व्यक्ति को सड़क पर नहीं निकलने दिया। वहीं जहां पुलिस को भीड़ नजर आई वहां पुलिस ने सख्त कार्रवाई भी की।
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