कोरोना पॉजीटिव ने सैंपल देने से किया इंकार, बोला पहले लिए गए सैंपल की रिपोर्ट बताओ - Silver Screen

कोरोना पॉजीटिव ने सैंपल देने से किया इंकार, बोला पहले लिए गए सैंपल की रिपोर्ट बताओ

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ग्वालियर। कोरोना संक्रमण को रोकने लिए सरकार से लेकर डॉक्टर तक इस महामारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। वही दूसरी ओर कुछ लोग इस बीमारी को रोकने लिए डॉक्टरों का सहयोग नहीं कर रहे। कोई विदेश से आया लेकिन इसकी जानकारी नहीं दी तो किसी को कोरोना पॉजीटिव होने के बाद भी सभी के बीच में जाकर मिलते रहे। इसी तरह शिवपुरी जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती एकमात्र कोरोना पॉजीटिव समीर खान ने सोमवार को अपना सैंपल देने से इंकार कर दिया। आईसोलेशन वार्ड का स्टाफ सैंपल लेने के लिए गया तो समीर ने यह कहते हुए सैंपल देने से मना कर दिया कि पहले मेरे पूर्व में लिए गए सैंपल की रिपोर्ट बताई जाए।

आईसोलेशन वार्ड में भर्ती है
वहीं आईसोलेशन वार्ड प्रभारी का कहना है कि समीर यदि आज सैंपल दे देता, तो उसकी जल्दी रिपोर्ट आ जाती, अन्यथा उसका इंतजार बढ़ जाएगा।गौरतलब है कि शिवपुरी जिले में पहला कोरोना पॉजीटिव दीपक शर्मा पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर पहुंच गया, जबकि दूसरा पॉजीटिव खनियांधाना का समीर कुर्रेशी अभी भी आईसोलेशन वार्ड में भर्ती है।

सैंपल देने से मना कर दिया
हालांकि दीपक की तरह ही समीर के परिजनों की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आई है। समीर की तीसरा सैंपल सोमवार को भेजा जाना था, जिसके लिए वार्ड का स्टाफ जब समीर के पास गया तो उसने सैंपल देने से मना कर दिया।

मैं अपना सैंपल फिर दे दूंगा
समीर ने स्टाफ से कहा कि मेरे जो पूर्व में सैंपल लिए गए, उनकी रिपोर्ट क्या आई है, उसकी जानकारी मुझे क्यों नहीं दी जा रही। मेरे पहले लिए गए सैंपल की रिपोर्ट बता दी जाए तो मैं अपना सैंपल फिर दे दूंगा। स्टाफ दो बार समीर के पास सैंपल लेने गया, लेकिन उसने मना कर दिया। इस दौरान आईसोलेशन प्रभारी डॉक्टर ने भी बात की, लेकिन वो सैंपल देने को तैयार नहीं हुआ।


विभाग व समीर के बीच खींचतान की मुख्य वजह
समीर खान को जब जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था, तब उसमें शिवपुरी का पहला कोरोना पॉजीटिव दीपक शर्मा भी भर्ती था। चूंकि दीपक बॉर्डर पॉजीटिव (संक्रमण का शुरुआती दौर) था, इसलिए उसका दूसरा सैंपल 5 दिन बाद ही भेज दिया गया था। जबकि समीर में संक्रमण अधिक था, इसलिए उसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 14 दिन बाद दूसरा सैंपल भेजा गया।

अमले से खींचतान चल रही
ऐसे में समीर का मानना है कि दीपक का इतना जल्दी सैंपल भेज दिया गया, जबकि मेरे साथ भेदभाव किया जा रहा है। यही वजह है कि उसके भर्ती होने के बाद से ही वहां पदस्थ स्वास्थ्य अमले से खींचतान चल रही है।

मैं स्वस्थ, रिपोर्ट तो बताएं: समीर
पत्रिका से चर्चा करते हुए समीर ने बताया कि जब मुझे भर्ती किया गया था, उस समय मेरी स्थिति काफी डाउन हो रही थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से मुझे न तो खांसी-जुकाम है और न ही गले में कोई प्रॉब्लम हो रही।

मैं खुद को स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। मेरे अभी तक चार सैंपल ले लिए, लेकिन रिपोर्ट किसी की नहीं बताई जा रही। यदि मुझे रिपोर्ट बता दें तो मुझे भी खुशी होगी और फिर मुझे भी यह उम्मीद होगी कि दीपक की तरह मैं भी अपने घर जा सकूंगा। पूर्व में लिए गए सैंपल की रिपोर्ट मुझे बता दें, तो मैं अपना सैंपल दे दूंगा।

यह बोले आईसोलेशन प्रभारी
स्टाफ दो बार समीर का सैंपल लेने गया, लेकिन उसने मना कर दिया। सैंपल शाम 4 बजे तक भेजा जाता है, लेकिन उसने अपनी जिद में आज यह समय भी निकाल दिया। यह बात सही है कि वो पहले से स्वस्थ है। दूसरे सैंपल की रिपोर्ट अभी आई नहीं है और तीसरा सैंपल वो लेने नहीं दे रहा। हम भी चाहते हैं कि वो सैंपल देकर कॉपरेट करे, ताकि उसकी भी दीपक की तरह नेगेटिव रिपोर्ट आए और वो अपने परिजनों के साथ रहे। मंगलवार को हम फिर प्रयास करेेंगे।
डॉ. दिनेश राजपूत, नोडल अधिकारी कोरोना विंग शिवपुरी



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