ग्वालियर/भितरवार। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ बाल शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. गिर्राज गुप्ता ने ड्यूटी के दौरान पिता की मौत की सूचना मिलने के बाद भी अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देते हुए लाइन में लगे सभी बीमार मरीजों इलाज किया इसके बाद ही घऱ गए।
आवास पर रखा जहां उनकी देखभाल की
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ चिकित्सकों को कोरोना बीमारी से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा ड्यूटी पर तैनात रहने के निर्देश दिए हैं।ऐसी स्थिति में अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. गिर्राज गुप्ता के ग्वालियर में रह रहे पिता रघुबीर प्रसाद गुप्ता ( 84) वर्ष को पैरालाइसिस अटैक आ गया लेकिन कोरोना वायरस के चलते लगाई गई ड्यूटी की बजह से वे अपने पीड़ित पिता की देखरेख करने ग्वालियर नहीं पहुंच पा रहे थे ऐसी स्थिति को देखते हुए चिकित्सक डॉ. गुप्ता अपने पिताजी को लेकर भितरवार आ गए और उन्हें अपने आवास पर रखा जहां उनकी देखभाल की।
कर्तव्य से पीछे नहीं हटे
मंगलवार को सुबह 9 बजे जब उक्त चिकित्सक लाइन में लगे मरीजों का उपचार कर रहे थे उसी दौरान उनका हेल्पर आया जिसने सूचना दी कि आप के पिताजी का निधन हो गया है ऐसी दुख भरी सूचना मिलने के बाद भी डॉ. गुप्ता अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटे और लाइन में लगे मरीजों को देखना चालू रखा और अपने फर्ज को प्राथमिकता देते हुए सभी मरीजों का इलाज कर डेढ़ घंटे बाद अपने आवास पर पहुंचे जहाँ से वे अपने पिता के पार्थिव देह को लेकर ग्वालियर निज निवास के लिए रवाना हुए।
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