बीजिंग। अमरीका के हमले ( US Airstrike ) में ईरानी इस्लामिक रेवोल्युशन गार्ड कॉर्प्स के अधीनस्थ कोड्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी ( Qassem Soleimani Death ) समेत 8 लोगों की मौत के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसे में दुनियाभर की निगाहें इनके बीच जारी घटनाक्रम पर टिकी हुई है। इस बारे में कई देशों ने वक्तव्य जारी कर सभी पक्षों से संयम से काम लेने का आग्रह किया, ताकि स्थिति न बिगड़े।
मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर कई देशों ने की बात
अमरीकी सेना ने इराक की राजधानी बगदाद स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला किया, जिसमें ईरानी इस्लामिक रेवोल्युशन गार्ड कॉर्प्स के अधीनस्थ कोड्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी समेत 8 लोगों की मौत हो गई। इस पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने अलग-अलग तौर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एद्रोगन के साथ फोन पर मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर बात की। तीनों नेताओं ने मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति पर चिंता जताई और विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की।
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मुठभेड़ हमारे हित के अनुरूप
ब्रिटेन के विदेश दूत डोमिनिक राब ने विभिन्न पक्षों से अपील करते हुए कहा कि सुलेमानी की मौत के बाद मुठभेड़ की स्थिति को शिथिल बनाएं। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ हमारे हित के अनुरूप नहीं है। सीरिया के विदेश मंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर इराक और ईरान को संवेदना दी और अमरीका की निंदा की। वक्तव्य में कहा गया है कि इराक की अस्थिरता का कारण अमरीका है। इसके साथ साथ कतर और लेबनान के विदेश मंत्रालय ने भी वक्तव्य जारी कर विभिन्न पक्षों से संयम से काम लेने की अपील की, ताकि मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिति न बिगड़े।
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