HAPPY JANMASTHMI TO ALL OF YOU - Silver Screen

HAPPY JANMASTHMI TO ALL OF YOU

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HAPPY JANMASTHMI TO ALL OF YOU

जन्मआष्ट्मी के पावन पर्व और पावन त्यौहार पर आप सभी को सिल्वर स्क्रीन की और से हार्दिक शुभ -कामनाएं 


भगवन श्रीकृष्ण जी से सीख लेते हुए अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास करें। ईश्वर से प्राथना करें की उनके व जन-जन के जीवन में हमेशा खुशहाली का वास रहे। 






जीवन की सीख 

बात मेरी हो या आपकी, सभी को एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत महसूस होती है जो उसे जीवन के बड़े फैसले लेने में मदद कर सके। अगर आज मैं आपसे ये कहूं कि आपके जीवन का और कोई नहीं, बल्कि ‘श्रीकृष्ण’ ही निर्देशन कर सकते हैं तो आपको यह जानकर हैरानी होगी।

गुरु ब्रह्मा - गुरु विष्णु 

जीवन भर हम एक गुरु की तलाश में रहते हैं, जो हमारा मार्ग दर्शन कर सके। एक ऐसा इंसान जो हमें जीवन में सफल होने में सहायक सिद्ध हो सके। कुछ लोगों को ऐसा योग्य गुरु प्राप्त हो भी जाता है, किंतु अमूमन लोग इस मामले में भाग्यहीन ही रह जाते हैं।

सादा जीवन 

कृष्ण एक बड़े घराने के वारिस थे, गोकुल में भी वे राजा नंद के पुत्र थे और उन्हें राज-घराने के तौर तरीके से जीने का पूर्ण अधिकार था। किंतु वे गोकुल के अन्य बालकों की तरह ही रहते, उनके साथ खेलते, उनके साथ घूमते और उनके साथ ही भोजन करते।

हार मत मानो

श्रीकृष्ण ने हमेशा अपनी बाल लीलाओं से यह संदेश देने की कोशिश की है कि हमें कभी भी किसी से हार नहीं माननी चाहिए। अंत तक प्रयास करते रहना चाहिए, भले ही परिणाम हमें हार के रूप में मिले। किंतु अगर हम प्रयास ही नहीं करेंगे, तो वह हमारी असली हार होगी।

मित्र से कड़ा कोई रत्न नहीं 

उसका स्वागत किया, स्वयं अपने हाथों से सुदामा के पांव धोए, उन्हें इतना आदर सत्कार दिया कि इस दृश्य को देखने वाला हर एक इंसान चकित था। उस पल कोई यह समझ भी नहीं पा रहा था कि कृष्ण (एक राजा), सुदामा (एक गरीब) को इतना सम्मान क्यों दे रहे हैं।

दयालु होना बहुत ही जरुरी है

श्रीकृष्ण यकीनन एक राजा थे, वे चाहते तो एक राजा की तरह अपनी प्रजा पर हुक्म चलाते और अपने सभी अधिकारों का आनंद उठाते। लेकिन उनका नम्रता पूर्ण स्वभाव उन्हें यह करने की इजाजत नहीं देता था।

महिलाओं का मान-सम्मान करो

नारी हमारी जननी है, यदि हम उसका सम्मान नहीं करेंगे तो हमारे इस दुनिया में होने का क्या लाभ? श्रीकृष्ण ने हमें यही सिखाया है कि हमेशा नारी का सम्मान करो और जरूरत पड़े तो उसके हक एवं सम्मान के लिए लड़ाई भी करो।


आशा करते है की आपको भगवन श्री कृष्ण के बातये हुए मार्ग पर चलकर अपना जीवन धन्य करेंगे और दूसरों के दुःख दर्द में उनके सारथि बनेंगे। 
जय श्री कृष्णा 

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