ग्वालियर. मुरार नदी को विश्वस्तरीय बनाने की बात तो कही जा रही है, लेकिन इसकी जो स्थिति है वह बहुत ही दयनीय है। नदी के मुहानों तक को नहीं खोला गया है, ऐसे में इसका विकास कैसे संभव है। अधिकारियों ने नदी क्षेत्र से अतिक्रमण हटाए जाने की बात कही थी, लेकिन हकीकत यह है कि नदी के बहाव क्षेत्र में ही कई अड़चनें हैं इन्हें तक नहीं हटाया है। ऐसे में नदी का कायाकल्प कैसे होगा यह समझ से परे है।
मुरार नदी के स्वरूप को सुंदर बनाने के लिए कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल ने एक प्लान तैयार कर निगम अधिकारियों को सौंपा है। इस प्लान के तहत विधायक ने दोनों ओर रिंग रोड बनाने के साथ ही पार्क बनाने की भी बात कही थी। इसके तहत कुछ दिनों तक यहां काम भी किया गया और अतिक्रमण हटाने के नाम पर खेतों में खड़ी फसल भी उजाड़ दी गई, लेकिन इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। नदी के बहाव क्षेत्र को भी निगम अधिकारी सही ढंग से अतिक्रमण मुक्त नहीं करवा पाए हैं। काल्पी ब्रिज पर नदी के बहाव क्षेत्र में भी मिट्टी डली हुई है, जिससे बारिश के समय हालात बिगड़ेंगे और पानी सीधे जाने के बजाए यहां वहां जाएगा और लोगों को परेशानी होगी। अगर नदी के मुहाने खोलकर और अतिक्रमण हटा दिया जाए तो कोई समस्या ही नहीं आए। विधायक हो या अधिकारी नदी के स्वरूप को बदलने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसकी सही ढंग से सफाई तक नहीं की गई है।
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