बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर जारी है। केंद्र सरकार हुबेई (Hubai) में फंसे 250 से ज्यादा भारतीयों को निकालने का प्रयास कर रही है। इन्हें भारत पहुंचने पर 14 दिन तक अलग रखा जाएगा। भारतीय दूतावास ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उसने भारतीयों को निकालने के लिए तैयारियां शुरू कर दीं हैं। वहीं, डीजीसीए ने एयर इंडिया (air india) को भारतीयों को निकालने की मंजूरी दे दी है।
कोरोना वायरस को लेकर श्रीलंका अलर्ट, चीनी नागरिकों के लिए 'वीजा ऑन अराइवल' पर लगाई रोक
मध्य चीन के हुबेई प्रांत में भारतीय नागरिकों में अधिकतर छात्र, शोधार्थी और पेशेवर हैं। ये भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में काम करते हैं। इस प्रांत की राजधानी वुहान है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को इस घातक वायरस से 24 और लोगों की मौत होने की सूचना दी। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। इसी के साथ इस वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया (Nimonia) के 4,515 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
भारतीयों को भेजे मैसेज में दूतावास ने कहा कि चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना-2019 वायरस महामारी से उपजी स्थिति से प्रभावित भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास लोगों को निकालने के लिए तारीख और तौर-तरीकों को तय करने के लिए चीनी अधिकारियों के संपर्क में है।
दूतावास से आग्रह किया गया है कि कृपया यह सूचना सभी को दी जाए। उन्हें भारत पहुंचने पर 14 दिन तक अनिवार्य रूप से अलग रहने होगा। फंसे हुए भारतीयों में से कई ने भारत सरकार से जल्द से जल्द निकालने का अनुरोध किया है। भारतीय दूतावास ने उनकी मदद करने और भारतीय नागरिकों का विवरण हासिल करने के लिए तीन हॉट लाइन शुरू की हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3aPFNXp
No comments:
Post a Comment