वाशिंगटन। टिम स्लेटन सारी उम्मीद छोड़ चुके थे कि उनकी मां का हत्यारा कभी पकड़ा भी जाएगा। मगर आखिर में सबूतों के आधार पर उसके फुटबॉल कोच इस हत्या के दोषी पाए गए। 31 साल की लिंडा स्लेटन को सितंबर 1981 में अपने लेकलैंड,फ्लोरिडा अपार्टमेंट में गोला घोंट दिया गया था। इस दौरान टिम सो रहे थे।
लगभग चार दशक बाद इस हत्या का खुलासा हो सका। हत्यारा उसके बेटे के पूर्व फुटबॉल कोच रह चुका है। 58 वर्षीय जोसेफ क्लिंटन मिल्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस महीने मिल्स का साक्षात्कार किया और उसे बीते हफ्ते गिरफ्तार कर लिया। उन पर फर्स्ट-डिग्री हत्या,यौन उत्पीड़न और चोरी का आरोप है।
अधिकारियों ने पुराने सबूतों को खंगालने की कोशिश की जो उन्हें मिल्स तक ले गया। स्लेटन के सबसे छोटे बेटे को फुटबॉल खेलने का शौक था। मिल्स की गिरफ्तारी से स्लेटन के दो बेटों को राहत मिली,जिन्हें डर था कि कही वह हत्यारा उन्हें भी न खत्म कर दे।
एक हलफनामे के अनुसार टिम स्लेटन ने पुलिस मिल्स को बताया, जो उस समय लैकलैंड के स्वयंसेवक फुटबॉल कार्यक्रम के कोच थे, उन्हें रात में घर से निकाल दिया। हलफनामे में कहा गया है कि स्लैटन 12 साल के थे और उनके 15 वर्षीय भाई जेफ ने आखिरी बार अपनी मां को 4 सितंबर की आधी रात को देखा था।
लिंडा स्लेटेन के आंशिक रूप से कपड़े पहने हुए शरीर था, उसके बिस्तर में पाया गया था। अदालत के कागजात में कहा गया है कि उसके गले में एक तार का हेंगर लगाया गया था। अधिकारियों का मानना है कि किसी ने खिड़की के माध्यम से अपार्टमेंट में प्रवेश किया था।
टिम स्लेटन ने कहा कि उन्होंने क्राइम सीन देखा। यह आज भी उनके दिमाग में जल रहा है। टिम स्लेटन ने कहा कि उस दौरान डेटाबेस में डीएनए के लिए लिंडा स्लेटन के शरीर पर पाए गए डीएनए मिल्स से मेल नहीं खा सके। शपथपत्र में कहा गया है कि हत्या के दो दिन बाद मिल्स ने पुलिस से कहा कि वह केवल एक बार लिंडाटिम स्लेटन से मिले थे।
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