बगदाद। इराक बीते पांच दिनों से प्रदर्शन और खूनखराबे की आग में जल रहा है। अब तक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चलते 93 लोगों की जान जा चुकी है। इसके साथ ही अब तक चार हजार से अधिक लोग इस हिंसा में घायल हो चुके हैं। अब संयुक्त राष्ट्र ने इसको लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने 'अर्थहीन जानमाल की हानि' को रोकने का आह्वान किया है।
इसके जिम्मेदार को मिले सजा
इराक के लिए संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन की प्रमुख जेनी हेनिस ने कहा, 'मौत और चोट के पांच दिना: यह जल्द रूकना चाहिए।' जेनी ने आगे कहा कि इन मौतों के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे सजा मिलनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक, ताजा झड़पों में पांच अन्य नागरिकों की मौत हुई है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों ने फिर से आंसू गैस के गोले दागे हैं। प्रदर्शनकारी बेहतर सुविधाओं, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ लगातार पांचवें दिन राजधानी की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
37 इमारतों को भारी नुकसान
इससे पहले देश के मानवाधिकार उच्चायोग ने जानकारी दी थी कि अब तक की हिंसा में हुई मौत के अलावा प्रदर्शनों के कारण 37 इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। उच्चायोग ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री एडेल अब्दुल महदी ने गुरुवार रात को किया अपना वादा निभाया है। पीएम के वादे के अनुरूप पकड़े गए 555 लोगों में से 355 को छोड़ दिया गया है। यह नहीं, प्रधानमंत्री ने कर्फ्यू हटाने का भी ऐलान किया था। जिसके बाद मध्य बगदाद के तहरीर चौराहे के आस-पास को छोड़कर बाकी जगहों पर शनिवार सुबह से यातायात आदि सामान्य रहा।
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