ग्वालियर। ट्रेनों की पेंट्रीकार की चेकिंग करने के लिए प्लेटफॉर्म पर गए रेलवे अधिकारियों को देखकर निजामुद्दीन से एरनाकुलम जा रही मंगला एक्सप्रेस में पेंट्रीकार में तैनात कर्मचारियों ने गेट नहीं खोला। अधिकारी दूसरे गेट से अंदर गए तो पेंट्रीकार में भयंकर गंदगी मिली। खाना खुला पड़ा था एवं एक केबिन में सब्जियों के छिलके पड़े थे। अधिकारियों को देखकर कर्मचारियों ने आनन-फानन में कुछ सामान इधर-उधर कर दिया। कार्रवाई में सीसीआइ वाइके मीणा, सीएचआइ बलराम मीणा आदि शामिल थे। अधिकारियों ने तीन ट्रेनों की पेंट्रीकार में चेकिंग की।
हीराकुंड एक्सप्रेस से पानी की 75 बोतलें जब्त
अमृतसर से विशाखापट्टम जा रही हीराकुंड एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म-1 पर दोपहर 1.25 बजे आई। इसमें पेंट्रीकार में गंदगी के बीच खाना बनता हुआ मिला। ट्रेन में रेल नीर की जगह मा ब्रांन्ड का पानी रखा था। इन बोतलों को देखा तो एक ड्रम में 75 बोतलें ठंडी कर यात्रियों को बेचने की तैयारी थी। अधिकारियों ने पूरा ड्रम पेंट्रीकार से स्टेशन पर उतरवाकर जब्त कर लिया।
एक्सपायरी अग्निशमन यंत्र
मंगला एक्सप्रेस में पेंट्रीकार मैनेजर ने अपने स्टोर में रखे सामान के बीच में से एक अग्निशमन यंत्र निकाला, जिसकी मियाद जुलाई में खत्म हो चुकी थी। वहीं तीन-चार और अग्निशमन यंत्र देखे तो कई पर डेट ही नहीं लिखी थी। ऐसा ही हाल हीराकुंड एक्सप्रेस में भी देखने को मिला।
स्वर्ण जयंती में पहुंच गई थी खबर
झांसी से ग्वालियर आ रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में अन्य ट्रेनों के पेंट्रीकार कर्मचारियों ने चेकिंग की जानकारी भेज दी, इसलिए ग्वालियर स्टेशन पर आने से पहले इसकी पेंट्रीकार में सफाई कर दी गई और किचन में भी कुछ नहीं बन रहा था। एक कार्टन में कुछ समोसे और एक भगोने में चावल खुले में रखे थे। पेंट्रीकार मैनेजर शिवमंगल ने कहा कि यह यात्रियों के लिए नहीं हैं।
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