हाईकोर्ट ने कहा- नागरिक जागरूक नहीं हैं, कहीं भी कचरा डाल देते हैं, शहर को साफ रखने की जिम्मेदारी उनकी भी है - Silver Screen

हाईकोर्ट ने कहा- नागरिक जागरूक नहीं हैं, कहीं भी कचरा डाल देते हैं, शहर को साफ रखने की जिम्मेदारी उनकी भी है

Share This

ग्वालियर। डेंगू व स्वाइन फ्लू के संबंध में पेश की गई जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति संजय यादव एवं न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल की युगलपीठ ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन और नगर निगम सफाई एवं स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरतते हैं तो हम उन्हें दिशा निर्देश दे सकते हैं, किंतु शहर के नागरिक भी जागरूक नहीं हैं। सुबह झाडू लगने और कचरा उठाए जाने के बाद नालियों में एवं सडक़ पर कहीं भी बिना सोचे-समझे कचरा डालते हैं। शहर के लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वे शहर को साफ रखें, जो शहर साफ हैं वहां के लोग जागरूक हैं।

 

यह जनहित याचिका शहर में गंदगी के कारण डेंगू व स्वाइन फ्लू फैलने पर उसकी रोकथाम के लिए दिशा निर्देश दिए जाने की मांग को लेकर प्रस्तुत की गई है। इस अवसर पर न्यायालय ने नगर निगम को निर्देश दिए कि ग्वालियर में मलेरिया, डेंगू तथा स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए कितना बजट निर्धारित किया गया है, उनके पास जो 25 फॉगिंग मशीन हैं, उनमें से खराब 10 मशीनों को ठीक कराया या नहीं, इस संबंध में जानकारी 23 जुलाई को रिपोर्ट में प्रस्तुत करें।

 

50 लाख का बजट, होती है गड़बड़
याचिकाकर्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने न्यायालय को बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नगर निगम द्वारा 2018 में 50 लाख रुपए रखे गए थे। जिसमें सफाई के लिए सामग्री एवं रसायन क्रय करना थे। इसमें 21 लाख 14 हजार रुपए में प्युपा, लार्वानाशक दवा खरीदी गई। इस खरीदी में ही भ्रष्टाचार किया गया। यदि वास्तव में इतनी दवा खरीदी जाती तो शहर में मच्छरों का प्रकोप कम हो सकता था। याचिकाकर्ता ने कहा कि शहर के नागरिकों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं।

 

80 लाख की दवा खरीदी
नगर निगम ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी में बताया कि वर्ष 2018 में शहर में फॉगिंग के लिए भण्डार विभाग द्वारा 8,07534 रुपए की दवा क्रय की गई। जिसमें किंगफोग 142 लीटर, पेराथ्रम 250 लीटर, टेमोफोस 55 लीटर, फॉगिंग दवा स्वास्थ्य विभाग नगर निगम को मांग के अनुसार प्रदान की गई। क्षेत्रीय कार्यालयों को बी लार्व के 28 पैक, बारसिलो जीआर का एक पैक, किंगफोग 142 पैक, सोल्फेक ई डब्ल्यू 329 पैक, के आर्थिन 253 पैक, पेराथ्रम 10 पैक तथा टेमोफोस 11 पैक दवा क्षेत्रों में छिडक़ाव के लिए दी गई।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2JTaVIQ

No comments: