श्रीलंका में सीरियल बम्ब ब्लास्ट - Silver Screen

श्रीलंका में सीरियल बम्ब ब्लास्ट

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श्रीलंका में आज हुए सीरियल बम्ब ब्लास्ट का जिम्मेदार कौन ?

क्रेडिट NDTV Khabar

आज सुबह श्रीलंका के कोलम्बो में सीरियल बम्ब ब्लास्ट हुए जिनमे का निर्दोष लोग  बेमौत  मारे गए  तथा सैकड़ो लोग घायल हो गए।  आखिर कौन हैं इन सबके पीछे और कब तक निर्दोष लोग ऐसे ही मौत की भेट चढ़ते रहेंगे। आज की सुबह हो इतिहास में याद रखा जायेगा इस बात के लिए नहीं बल्कि इस बात के लिए की देश कोई भी हो पर आतंकवाद हर जगह मौजूद हैं। भारत में १४ फ़रबरी को हुए आत्मघाती बम्ब विस्फोट से हमारे ४० CFPF के जवान शहीद हो गए थे।  जिसकी जिम्मेदारी पकिस्तानी में पल रहे आतंकी संगठन जैस E मुहम्मद ने ली थी।  उन शहीद की चिताओं  की आग ठंडी भी नहीं हुए की कोलम्बो  में सिलसिले वॉर हुए बम्ब विष्फोट ने भारत सहित सारी दुनिया को हिला के रख दिया। 

सरे देशो ने इस हमले की निंदा की है तथा श्रीलंका के साथ होने का वादा किया परन्तु ये सब करने से आतंकवाद नहीं रुक जायेगा और ना रुकेंगे इस प्रकार के हमले। दुनिया में हर रोज कही न कहीं आतंकी हमला होता है और मारे जाते हैं निर्दोष लोग जिनका कोई सम्बन्ध नहीं है किसी से। 

इस हमले में २ इंडियन सहित २०७ लोगो के मारे जाने की खबर हैं। खबर ये भी है की २ चीन के नागरिक भी इस हमले में मारे गए हैं। दुनिया ही मशहूर हस्तीओ ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। 

ईस्टर के पर्व पर हुए हमले में कई लोग घ्याल हुए हैं तथा बहुत से लोग मारे गए हैं।  अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। 

मेरा मानना है की इस हमले के पीछे पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के इशारे पर ISIS के द्वारा अंजाम दिया गया था इसके अलावा और किसी का हाथ नहीं हो सकता है। पाकिस्तान दुनिया भर में आतंक का दूसरा नाम बन चूका है।  ऐसिया में सरे देशो के लिये खतरा बन चूका है। पाकिस्तान है की अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है।  दुनिया भर के आतंकी पाकिस्तान ने पाल रखें हैं जो की पाकिस्तान की आवाम के लिए भी एक गंभीर खतरा बन चूका है।  पाकिस्तान पर दुनिया के द्वारा कई प्रतिबन्ध भी लग चुके हैं पर इसका इस पर कोई असर नहीं  हो रहा है। 

पाकिस्तान को लगातार चीन का साथ मिल रहा है पर पाकिस्तान ये भूल चुका है की चीन आज तक किसी का नहीं हुआ है जो देश अपने नागरिको तथा अपने ही देश मंगोलीया का न हुआ वो पाकिस्तान और दूसरे देश का क्या होगा।  पाकिस्तान को वो अपने कब्जे में लेकर एकदिन उस पर वो हुकूमत करेगा और पाकिस्तानी जनता एक दिन चीन की गुलाम होगी।  चीन हमेशा विटो पावर का गलत इस्तेमाल कर आतंकी संगठनों को बचता आ रहा हैं पर कब तक ज्यादा दिनों तक ये नहीं चलने वाला। 

मसाला कश्मीर का हो या बलूचिस्तान का पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आता।  भारत से कई बार युद्ध में हारने के बाबजूद भी अकड़ दिखाना पाकिस्तान की आदत हो गयी है।  पाकिस्तान इस वक़्त गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।  जार चीज महंगी है पाकिस्तान में।  पाकिस्तानी रूपये की कीमत भी भारत से काम हैं पाकिस्तानी २ रूपये और भारतीय १ रुपया। 

मेरा मानना है की देश दुनिया में आतंक फैलाने वाले सिर्फ और सिर्फ वो मुसलमान हैं जो ये समझते हैं की जिहाद करने से उनको जन्नत मिलेगी।  काफिरो को मारना जिहाद है बम्ब विस्फोट करना जिहाद है।  जन्नत में उनको ७२ हूरें मिलेंगी।  ये सब मानसिक बीमारी है और कुछ नहीं वो जो ये सब सिखाते हैं की जिहाद करने से अल्लाह ख़ुश होगा वो लोग एक कला धब्बा हैं मुस्लमान कौम पर वो युवाओं को इस रस्ते पर ले जाते हैं और जिहाद करने पर उकसाते हैं। 

ऐसे लोगो को इस दुनिया में रहने का कोई हक़ नहीं हैं।  क्या ब्रेन वाश किया जाता है की वंदा बिना कुछ सोचे विचारे मौत को गले लगा लेता है। ऐसे मुसलमान ये चाहते हैं की दुनिया में सिर्फ और सिर्फ उनकी हुकूमत कायम रहे सबको मार डालो अथवा उनसे इस्लाम कबूल करवा लो , और हुआ भी है। हालत हमारे सामने हैं , भारत और पाकिस्तान के बटवारे के समय पाकिस्तान में हिन्दुओ की संख्या काफी थी पर अब ना के बराबर है।  धरम की आड़ में जनसँख्या को बढ़ने का काम पर लगाम लगाया जाना बहुत आवश्यक है वार्ना कुछ नहीं बचेगा। 

दुनियाँ  भर में हुए आतंकी हमले में कोई न कोई मुस्लमान का नाम जरूर आता है क्या ये काफी नहीं है  हमारे लिए ये जानने के लिए की ये कौम क्या कुछ नहीं कर  रही है।  मेरा मानना है की सभी मुस्लमान एक जैसे नहीं होते पर उन लोगो को पहचानना बहुत जरुरी है जो देश के विर्रुध काम कर रहे हैं , ऐसे संगठनों मदरसों पर तत्काल प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए जो इश्लाम की शिक्षा के नाम पर जिहाद सिखाते हैं।  ऐसे लोगो का सर कलम कर देना चाहिए जो युवाओ को हथियार उठाने को उकसाते हैं।  आज हमको अपना कानून बदलने की जरुरत है और जरुरत है ऐसे देश के होनहार राजनितज्ञ की जो दुनिया के पटल पर अपनी बात मजबूती से रख सके।  



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