बीजिंग।चीन सरकार द्वारा प्रायोजित और संचालित बौद्ध एसोसिएशन के प्रमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । उन पर बौद्ध भिक्षुणियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। चीनी मीडिया की खबरों के अनुसार ऑनलाइन दर्ज कराई गई रिपोर्ट में दो भिक्षुणियों ने बौद्ध एसोसिएशन के प्रमुख पर कम से कम छह महिलाओं को अश्लील संदेश भेजने और उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए धमकाने और फुसलाने के आरोप लगाए हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर लंदन ने भारत को दिया गिफ्ट, लौटाई दशकों पहले चोरी हुई मूर्ति
पद से इस्तीफ़ा
बौद्ध एसोसिएशन के प्रमुख शूएचेंग ने बुधवार को चीन बौद्ध एसोसिएशन की एक बैठक में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह बैठक उन पर लगे आरोपों की जांच के लिए बुलाई गई थी। एसोसिएशन ने अपने बयान में कहा है कि परिषद ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। चीन के धार्मिक प्रशासन विभाग ने भी इस्तीफे की पुष्टि की है।
मामले की जांच जारी
फिलहाल सरकारी बौद्ध भिक्षु के खिलाफ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने के आरोपों की जांच चल रही है। बता दें कि बीजिंग लोंगकुआ बौद्धमठ के प्रमुख शूएचेंग कम्युनिस्ट पार्टी के पुराने और मजबूत सदस्य हैं। पिछले महीने दो बौद्ध भिक्षुणियों ने उस पर ऑनलाइन मामला दर्ज कराया था। 95 पृष्ठों की अपनी शिकायत में भिक्षुणियों ने उन पर कम से कम छह महिलाओं को अश्लील संदेश भेजने और उन्हें यौन संबंध बनाने के लिए धमकाने या फिर बहलाने फुसलाने के आरोप लगाए। इन आरोपों के बाद चीन की सर्वोच्च धार्मिक संस्था ने इस मामले की जांच शुरु की थी।
न्यूयॉर्क: भारतीय मूल के होटल मालिक पर नस्लीय हमला, कहा- कमाई से होता है अलकायदा का फायदा
'मी टू' अभियान की चपेट में आए
बताया जा रहा है कि बीजिंग लोंगकुआ बौद्धमठ के प्रमुख शूएचेंग चीन के ‘मी टू’ अभियान के आरोपों की चपेट में आ गए हैं। असल में चीन में पिछले कई महीने से महिलाओं के उत्पीड़न को लेकर मी टू अभियान चल रहा है जिसमे महिलाएं अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार को पब्लिक में जाहिर कर रही हैं।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2MlMNTl
No comments:
Post a Comment